गांव आसपुरा धूणी धाम 237 साल पुराना ऐतिहासिक गाँव इतिहास, संस्कृति और विकास | अजीतगढ़, श्रीमाधोपुर

आसपुरा धूणी धाम: 237 साल पुराना इतिहास और ग्राम पंचायत आसपुरा की पूरी जानकारी Aaspura Dhuni Dham History & Gram Panchayat Aaspura Profile (Shrimadhopur) श्रीमाधोपुर के पास स्थित ग्राम पंचायत आसपुरा और 237 साल पुराने ‘आसपुरा धूणी धाम’ का इतिहास जानिए। यहाँ रोज अखंड भंडारा चलता है। पढ़िए पंचायत के विकास कार्यों और मंदिर की पूरी कहानी।

आसपुरा धूणी धाम: जहाँ कोई भूखा नहीं सोता – ग्राम पंचायत आसपुरा का इतिहास

राजस्थान के श्रीमाधोपुर (अजीतगढ़ पंचायत समिति) क्षेत्र में स्थित ग्राम पंचायत आसपुरा न केवल अपने विकास कार्यों के लिए, बल्कि अपनी आध्यात्मिक पहचान के लिए भी प्रसिद्ध है। इसे “आसपुरा बाबाजी वाला” के नाम से भी जाना जाता है।

इस गाँव की पहचान यहाँ स्थित 237 साल पुराने आसपुरा धूणी धाम से है, जो राधा वल्लभ संप्रदाय के संतों की तपोभूमि रही है।

1. आसपुरा धूणी धाम का इतिहास (History of Aaspura Dhuni Dham)

आसपुरा धूणी धाम की स्थापना विक्रम संवत 1845 (करीब 237 साल पहले) में हुई थी।

  • स्थापना: नीमकाथाना निवासी संत तुलसीदास महाराज गुजरात के गिरनार आश्रम से यहाँ आए और एक टीले पर अपनी धूणी स्थापित की। उस समय यहाँ कोई बसावट नहीं थी।
  • महंत परंपरा:
    1. संत तुलसीदास महाराज (संस्थापक)
    2. महंत रामदास महाराज (वि. सं. 1994 से 68 वर्षों तक सेवा की)
    3. महंत बिहारीदास महाराज
    4. महंत गोपालदास महाराज (वर्तमान में 12 सितंबर 2023 से गद्दी पर आसीन)।
  • विशेषता: यहाँ रोज अखंड भंडारे का आयोजन होता है, मान्यता है कि यहाँ से कोई भी भूखा नहीं जाता।

2. ग्राम पंचायत आसपुरा: एक नज़र में (Village Profile)

ग्राम पंचायत आसपुरा का गठन 1961 में हुआ था। इसमें दो गाँव शामिल हैं: आसपुरा बड़ा (बाबाजी) और आसपुरा छोटा

विवरणजानकारी
ब्लॉक / पंचायत समितिअजीतगढ़ (Ajitgarh)
तहसीलश्रीमाधोपुर (Shrimadhopur)
वर्तमान प्रशासक (सरपंच)श्रीमती हेमकंवर
जनसंख्यालगभग 6000
साक्षरता दर (Literacy)80%
प्रमुख फसलेंबाजरा व मोठ
कनेक्टिविटीजिला मुख्यालय से 82 किमी
आसपुरा (Aaspura), सीकर (अजीतगढ़): Aaspura Pin Code 332701

3. पंचायत में विकास कार्य (Development Works)

Located in Shrimadhopur (Sikar), Gram Panchayat Aaspura is a unique blend of spiritual heritage and modern development.
Located in Shrimadhopur (Sikar), Gram Panchayat Aaspura is a unique blend of spiritual heritage and modern development.

वर्तमान प्रशासक (सरपंच) हेमकंवर के नेतृत्व में पंचायत में स्वच्छता और इंफ्रास्ट्रक्चर पर विशेष ध्यान दिया गया है:

  • रास्ते: गाँव के रास्तों को चौड़ा करके अतिक्रमण हटवाया गया और सीमेंट ब्लॉक की सड़कें बनाई गईं।
  • श्मशान घाट का कायाकल्प: सार्वजनिक और राजपूत श्मशान घाट में टीनशैड, चार दीवारी और पानी की टंकी का निर्माण करवाया गया। साथ ही बड़े स्तर पर पौधरोपण किया गया है।
  • सुविधाएं: गाँव में आयुर्वेद चिकित्सा केंद्र और सीनियर सेकेंडरी स्कूल की सुविधा उपलब्ध है।

4. कनेक्टिविटी और समस्याएं (Connectivity)

राजधानी जयपुर के लिए यहाँ से रोडवेज बस सेवा उपलब्ध है। हालाँकि, तहसील मुख्यालय (श्रीमाधोपुर) और पंचायत समिति (अजीतगढ़) जाने के लिए सरकारी बसों का अभाव है। केवल एक बस सुबह जाती है और शाम को वापस आती है।

बैंक का नामशाखा (Branch)IFSC Codeपता
ICICI BankAspura BC OutletICIC0007941वार्ड नं. 5, सरकारी स्कूल के सामने, आसपुरा, वाया अजीतगढ़, सीकर – 332701

The 237-Year Legacy of Aaspura Dhuni Dham: A Village of Service

The identity of Gram Panchayat Aaspura is deeply rooted in the Dhuni Mata Temple, also known as “Aaspura Babaji Wala.” Founded nearly 237 years ago (Vikram Samvat 1845), this site has been the meditation ground for saints of the Radha Vallabh sect.

Key Highlights of Aaspura:

  • Spiritual Heritage: Home to the revered statue of Mahant Ramdas Ji Maharaj, who dedicated 68 years to the temple.
  • Service: The temple runs a daily Bhandara, symbolizing the village’s spirit of giving.
  • Development: Recent initiatives include the construction of cement block roads, renovation of cremation grounds, and extensive tree plantation drives led by the Gram Panchayat.

With a population of approx. 6,000 and strong connectivity to Jaipur, Aaspura continues to preserve its history while embracing the future.

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