654 साल पुराने ऐतिहासिक गाँव दूधवाखारा (चूरू) की कहानी। जानिए 1942 के किसान आंदोलन, ‘मिनी ताजमहल’ और पंचायत के विकास कार्यों के बारे में। साक्षरता 90%। Dudhwakhara Village History, Kisan Andolan 1942 Rajasthan, Gram Panchayat Dudhwakhara, Hanuman Singh Budania, Churu District Villages.
दूधवाखारा का इतिहास : 1942 का किसान आंदोलन और ग्राम पंचायत प्रोफाइल | Churu District Villages Dudhwakhara History Pin Code दूधवाखारा (Dudhwakhara), चूरू : 331029
दूधवाखारा: 654 साल पुराना इतिहास और 1942 के किसान आंदोलन का गवाह
राजस्थान के चूरू जिले में स्थित दूधवाखारा (Dudhwakhara) केवल एक गाँव नहीं, बल्कि स्वाभिमान और संघर्ष की एक मिसाल है। करीब 654 साल पहले (संवत 1428 में) बसा यह गाँव अपने ऐतिहासिक किसान आंदोलन, शहीदों की शहादत और जल संरक्षण के अनूठे प्रयासों के लिए जाना जाता है।
1. 1942 का ऐतिहासिक किसान आंदोलन (Dudhwakhara Farmer Movement)
आजादी से पहले, जब देश में ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ चल रहा था, दूधवाखारा में बीकानेर रियासत के जागीरदारों के अत्याचारों के खिलाफ एक बड़ा किसान आंदोलन खड़ा हुआ। इसे स्वतंत्रता संग्राम का ही एक हिस्सा माना जाता है।
- प्रमुख मुद्दे: भू-राजस्व की जबरन वसूली, लाग-बाग और बैठ-बेगार प्रथा।
- नेतृत्व: इस आंदोलन की कमान हनुमान सिंह बुडानिया, लादूराम सारण, मुखराम कस्वा, नैलाराम जड़िया और खींवाराम आर्य ने संभाली।
- परिणाम: आंदोलन इतना सशक्त था कि जागीरदार सूरजमल सिंह को झुकना पड़ा और 1942 में बीकानेर रियासत को जागीरी क्षेत्रों में ‘भूमि बंदोबस्त’ के आदेश देने पड़े।
2. ऐतिहासिक धरोहर और मान्यताएं
गाँव में इतिहास और आस्था का अनूठा संगम देखने को मिलता है:
- मिनी ताजमहल: गाँव में स्थित एक ऐतिहासिक इमारत को क्षेत्र का ‘मिनी ताजमहल’ कहा जाता है।
- शक्ति दादी मंदिर: यहाँ शक्ति दादी का प्रसिद्ध मंदिर है।
- खारे पानी की कहानी: पंचायत क्षेत्र का भूजल खारा है। लोक मान्यताओं के अनुसार, यह शक्ति माता के श्राप के कारण हुआ है।
3. वीरों की भूमि: दूधवाखारा के शहीद
इस गाँव ने देश की रक्षा के लिए अपने सपूतों को खोया है:
- शहीद आशाराम मेडा: 1962 के भारत-चीन युद्ध में शहीद हुए।
- शहीद सुमेरसिंह राठौड़: कारगिल युद्ध (1999) में देश के लिए बलिदान दिया।
4. आधुनिक विकास और जल प्रबंधन (Modern Development)
वर्तमान सरपंच सिणगारी देवी और प्रतिनिधि प्रो. डीके सिंह कस्वा के नेतृत्व में पंचायत ने खारे पानी की समस्या से निपटने के लिए शानदार काम किया है:
- जल संचय: सीएम और पीएम जल संचय योजना के तहत 5 नए जोहड़ (तालाब) बनवाए गए और एक का जीर्णोद्धार किया गया।
- कुंड निर्माण: गाँव में 400 से अधिक कुंड और सार्वजनिक स्थानों पर पानी के टांके बनवाए गए हैं।
- शिक्षा: गाँव की साक्षरता दर 90% है। स्कूलों में टीनशैड, चारदीवारी और कृषि संकाय (Agriculture Faculty) जैसी सुविधाएं विकसित की गई हैं।
- Pin Code दूधवाखारा (Dudhwakhara), चूरू: 331029
5. ग्राम पंचायत दूधवाखारा: एक नज़र में (Village Statistics)
| विवरण | आँकड़े / जानकारी |
| जिला / दूरी | चूरू (मुख्यालय से 35 किमी) |
| स्थापना | संवत 1428 (654 साल पहले) |
| जनसंख्या | लगभग 10,000 |
| साक्षरता दर | 90% (अत्यधिक उच्च) |
| मुख्य फसलें | मूंग और मोठ |
| मुख्य आकर्षण | ऐतिहासिक तालाब, मिनी ताजमहल |
दूधवाखारा (Dudhwakhara) गाँव में स्थित मुख्य बैंक और उसका IFSC कोड यह है:
Dudhwakhara State Bank of India (SBI)
- शाखा (Branch): दूधवाखारा (Dudhwakhara)
- IFSC Code:
SBIN0031634 - Bank Code: 31634
- पता: VPO Dudhwakhara, Distt. Churu, Rajasthan – 331029
अन्य ग्रामीण बैंक (Rural Bank): यहाँ ‘बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक’ (BRKGB) की भी शाखा हो सकती है।
- IFSC Code:
BARB0BRGBXX(यह BRKGB का सामान्य कोड है, कृपया पासबुक में चेक करें)।
(नोट: ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के लिए कृपया हमेशा अपनी बैंक पासबुक या चेकबुक पर लिखे IFSC कोड को ही अंतिम और सही मानें।)
Dudhwakhara (Churu): 1942 Kisan Andolan History & Village Profile
Dudhwakhara: A Historic Hub of Rebellion and Development
Located 35 km from the district headquarters in Churu, Rajasthan, Dudhwakhara is a village steeped in history and resilience. Founded 654 years ago (Samvat 1428), it is legendary for its role in India’s freedom struggle.1. The 1942 Kisan Andolan (Farmer Movement)
Dudhwakhara was the epicenter of the 1942 Farmer Movement in the Bikaner Princely State. Led by freedom fighters like Hanuman Singh Budania and Laduram Saran, farmers protested against oppressive taxes (Lag-Bag) and forced labor (Baith-Begar), eventually forcing the Jagirdars to surrender.2. Modern Success: Water & Education
Despite having saline groundwater (attributed to a local legend of Shakti Mata), the village has become a model for water conservation. Under Sarpanch Singari Devi, 5 large ponds (Johads) and over 400 water tanks (Kunds) have been constructed.
Literacy Rate: An impressive 90%.Key Landmarks: The “Mini Taj Mahal” and Shakti Dadi Temple.
From the martyrdom of soldiers like Asharam Meda (1962) and Sumersingh Rathore (Kargil) to its agricultural success in Moong and Moth farming, Dudhwakhara stands tall as a symbol of rural pride.